The Diary Game is 1789th entry 28th Nov, 2025. So sad.
Morning time.
सुबह बहुत ही प्यारी होती है तब अलार्म बजना है मैंने बंद कर दिया और लगभग 5:30 पर जगाता हूं काफी देर हो चुकी है कमरे से बाहर आया बाद में फ्रेश होने चला गया हम शुरू किया व्यायाम के बाद में इंदौर लेने जाता हूं तो देखा कि सूर्य उदय हो रहा है तब मैं अपना फोन लिया और छत पर गया और आसमान की तस्वीर सुबह की सूर्य उदय कई रंगों में दिख रहा है नीला और नंगी और घर पर चारों तरफ रात दिखाई दे रही है इसलिए जो भी है आपके सामने है।
हम स्कूल जाने की तैयारी करनी है लेकिन आज स्कूल की छुट्टी है हमारे एक अध्यापक है उनका एक छोटा बच्चा की मृत्यु हो गई है जिसे काफी दुख हुआ यह सुनकर तो सभी के लिए मैं अवकाश कर दिया गया है फिर कभी पेरेंट्स का फोन आता है मैंने रिसीव कर सभी को सूचना दी और व्हाट्सएप के माध्यम से मैं छुट्टी का मैसेज भेजो और किसी कारण से कोई दुख कठिन होता है तो हमेशा ऐसी छुट्टी करने देते हैं उसके बाद में तैयार हुआ स्कूल के निकल जाता हूं जब मैं अपनी कक्षा में जाता हूं जिस कक्ष में वह बच्चा पढ़ता था मैं आज खाली है क्योंकि इसलिए खाली है कि वह इस दुनिया में नहीं रहा मेरे लिए बहुत ही दुख की बात है एक प्यारा बच्चा जो बहुत ही प्यार और शरारती था वह हमेशा मेरे देखने को अच्छा लगता था पर दुख एक ऐसा होता है कभी शब्दों में नहीं कह सकते लिए मिलकर 2 मिनट की शांति रखते हैं और उन्हें ईश्वर से कहते हैं कि सब कुछ अच्छा।
फिर मैं अपने कंप्यूटर रूम में जाता हूं वहां बैठकर अपने आप दिन का पूरा पेपर पर पूरा कर लेता हूं आजकल मैं ऑनलाइन फॉर्म भी जमा कर दिया कुछ जाति मूल निवास में प्रमाण पत्र तैयार कर दिए हैं क्योंकि मुझे स्कूल सेअन्य कार्य भी होने के बाद में अपना अखबार ले और धूप में जाकर बैठकर और वहां पर कुछ खबरें पड़ी खबरें पढ़ने के बाद में फिर वापस आया और अपना लंच बॉक्स खुला और पूजन को तो आज घर से आलू की सब्जी और रहता है यह मीठा लगता है लेकिन आज खट्टा है लेकिन कोई बात नहीं घर का खाना हमेशा भोजन स्वादिष्ट होता है भोजन करने के बाद में थोड़ी देर पैदल चलता हूं और वापस आ जाता हूं
शाम हो गई है तब मैंने छात्रों को कंप्यूटर सीख रहा हूं सभी छात्र बोलते हैं असर स्कूल की छुट्टी है क्या मैंने कहा नहीं सर आज बहुत ही दुख हुआ क्योंकि एक छोटा बच्चा गुजर गया है उसकी याद में हमने स्कूल को अवकाश किया है खाने का अच्छा किया आपने मैंने कहा ठीक है सर फिर मैं बाहर निकलता हूं और थोड़ा सा देर पहले चलता हूं देखता हूं कि हम ज्यादा आ गया उसकी बताओ क्या था कि मुझे पपीता चाहिए उन्होंने सर अभी देते हैं यह वाला हाथ धोते हैं और फिर कविता सीरियल का मुझे ढाई सौ ग्राम का पपीता देते हैं ₹20 देते हैं यह बहुत ही अच्छा लगता है वापस आया और फिर अपने काम पूरा किया शाम हो गई है 7:00 बजे की लड़का आता है वह कंप्यूटर सीख रहा है और आठ बज चुके हैं मैंने उसे खुद की उसका जल्दी एग्जाम चलने वाला है मुझे उम्मीद है क्या फोटो तैयारी करेगा।
| Photos captured by | @ahlawat |
|---|---|
| The Diary Game | Remember God to make one day better. |
| Device name | Nothing |
| Location | Khatauli |
| 25% to | @null |
| I hope you like this. | Thanks for reading. You are all welcome.. |




