The Diary Game is 1799th entry 9th Dec.
Morning time.
सुबह लगभग 4:55 अलार्म बज और मैंने सोचा कि मुझे जागरण जाना चाहिए लेकिन 10 से 15 मिनट बाद में क्या चाहता हूं और फिर कमरे से बाहर आने के बाद सीधा रसोई में चला गया काफी ठंड है लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरा जाएगा फिर उसके बाद में थोड़ा प्यार करता हूं व्यायाम करने के बाद मैं फिर दूसरी जगह जाने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन वहां जाने के बाद मैं अपने ऐसे फोटो को पानी दिया तो मैंने देखा कि पौधों पर मर्डर करने शुरू हो गई है मुझे लगता है कि आपको बेहतर वाटर आएगी लेकिन कभी-कभी कुछ चीज होती है जो मजा होगी
मैं स्कूल में पहुंच गया हूं उसको पहुंचने के बाद में उनका समझ जाता हूं वहां पर पढ़ाई का काम दे रहा हूं क्योंकि सभी बच्चों का नोटिस का वर्क पूरा हो गया है उसके बाद मुझे शिक्षा के बारे में बताना है तो वह कह दे कि आज या कल या नबी इसलिए मुझे लगता है कि पर कक्षा 4 या 5 मिनट में गया तो उन्होंने मुस्कुरा के कहे लोग बात कर रहे थे जब
यह तबीयत बच्चों का है अभी गला करने शुरू हुए हैं महीने का थोड़ी देर इंतजार कर लीजिए पर लेकिन नहीं उन्हें सुनाई नहीं दे रहा है फिर मैं एक मार्केट में गया और वहां से अपने लिए छोले रोटी लेकर आता हूं क्योंकि आज हमारे घर में तो की तबीयत खराब है इसलिए मैंने सब भजन मोहन बाहर से मंगवाने की कोशिश की है तब मैं इंतजार करता हूं और कहता हूं कि आपको भेज सकते हैं फिर हम मिलकर 4-500 ट्रांसफर कर देते हैं उसे बाकी चीज भी आ जाती है लेकिन कोई चीज अधूरी रह जाती है तो मैं फिर निकल जाऊंगा जब भी मेरे पास पैसे हो जाएंगे जो उम्मीद है कि सब आपको समझ में आया होगा कि जीवन की दिनचर्या कितनी कठिन हो आसान नहीं है
| Photos captured by | @ahlawat |
|---|---|
| The Diary Game | Remember God to make one day better. |
| Device name | Nothing |
| Location | Khatauli |
| 25% to | @null |
| I hope you like this. | Thanks for reading. You are all welcome.. |





