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RE: समाज-सेवा : प्रभु-सेवा (अंतिम भाग # २) | Community Service : God Service (Final Part # 2)
स्वामी विवेकानंद आपने सब कुछ त्याग दिया था। सिर्फ दूसरो के लिए।
स्वामी विवेकानंद आपने सब कुछ त्याग दिया था। सिर्फ दूसरो के लिए।