कुछ शब्द उस दिन की यादों में.....
प्रिय दोस्त,
आज दो लाइन बादल के लिए, बादल मेरे जीवन में तैरते हैं, अब बारिश नहीं लेते हैं या तूफान नहीं आते हैं, लेकिन मेरे सूर्यास्त आकाश में रंग जोड़ने के लिए। भारी दिल, आकाश में भारी बादलों की तरह, थोड़ा पानी देने से सबसे अच्छा राहत मिलती है। बादलों में एक महल के लिए वास्तुकला का कोई नियम नहीं है। आज भी उन बादलों की आवाज मेरे कानों में गूंजती है . मैं सपना देखता हूं और देखता ही रहूंगा पता नहीं वह सपना मेरा किस दिन पूरा होगा.
धन्यवाद मेरे पोस्ट पढ़ने के लिए.......
Warning! This user is on my black list, likely as a known plagiarist, spammer or ID thief. Please be cautious with this post!
If you believe this is an error, please chat with us in the #cheetah-appeals channel in our discord.