मेहनत की सराहना : / Appreciate the hard work :steemCreated with Sketch.

in #mgsc6 years ago

मेहनत की सराहना :
एक बार एक व्यक्ति एक बड़ी कंपनी में मैनेजर के पद के लिए आवेदन करने जाता है। वह प्रारंभिक साक्षात्कार में सफल हो जाता है। वह अंतिम साक्षात्कार के लिए अध्यक्ष से मिलता है। अध्यक्ष को उसके C. V. से पता चलता है कि उसकी शैक्षिक उपलब्धियां बहुत अच्छी हैं।
अध्यक्ष पूछता है, स्कूल में क्या तुम्हें कोई शिक्षावृति मिली है? लड़का जवाब देता है, नहीं। अध्यक्ष पूछता है, तुम्हारी स्कूल की फीस कौन भरता था? वह जवाब देता है, माता-पिता। अध्यक्ष पूछता है, वह कहां काम करते हैं? लड़का जवाब देता है, जनाब कपड़े धोने का काम करते हैं। अध्यक्ष उस लड़के से अपने हाथों को दिखाने के लिए कहता है। लड़का अपने दोनों हाथ दिखाता है। उसके दोनों हाथ मुलायम और साफ थे। अध्यक्ष हाथों को देखकर कहता है, क्या तुमने कभी अपने माता-पिता की कपड़े धोने में मदद की है? लड़का जवाब देता है, कभी नहीं सर! मेरे माता पिता हमेशा से चाहते थे, कि मैं पढ़ाई करूं, कपड़े तो हम धो लेंगे।
अध्यक्ष कहता है, मेरी एक प्रार्थना है... आज जब तुम घर जाओगे तो अपने माता पिता के हाथ जरूर साफ करना। और फिर अगली सुबह देखना।
जब वह घर वापस गया तो उसने अपने माता - पिता से उसे उनके हाथ साफ करने के लिए कहा। उसके माता - पिता को यह सुनकर आश्चर्य हुआ और खुशी भी हुई। लेकिन समझ नहीं पा रहे थे कि क्या प्रतिक्रिया दें। उन्होंने अपने हाथ अपने बेटे को दिखाएं। लड़का धीरे-धीरे उनके हाथ साफ करने लगा। जैसे-जैसे वह साफ करता गया, उसकी आंखों में आंसू बहने लगे। पहली बार उसने जाना था कि उनके हाथों में मुंहासे हो गए हैं। उनके हाथों में काफी घाव भी हो गए हैं। कुछ घाव काफी बड़े थे। इसलिए वह जब भी उन घावो को छुता, उसके माता-पिता को दर्द होता था। आज पहली बार उस लड़के को इस बात का एहसास हुआ कि यह वही हाथ है जो स्कूल की फीस देने के लिए कपड़े धोते थे। उनके हाथों पर आये घाव अपने बेटे की शिक्षा का ही परिणाम थे।
अपने माता-पिताओं के हाथों को साफ करने के बाद लड़के ने उनके सारे कपड़े चुप-चाप धो दिए। उस रात लड़के के माता पिता ने अपने बेटे से काफी देर तक बातें की। अगली सुबह लड़का अध्यक्ष के ऑफिस गया।
अध्यक्ष ने लड़के की आंखों में आंसू देखे और पूछा क्या तुम मुझे बता सकते हो कि कल तुमने क्या-क्या किया? कल क्या सीखा? लड़का जवाब देता है, मैंने अपने माता पिता के हाथों को साफ किया। और मैंने उनके के सारे कपड़े भी धो दिए सर। उनके योगदान को आज मैं जानता हूं, उनके बिना आज मैं यहां नहीं होता। मेरे माता-पिता की हाथो को देख कर ही और मुझे इस बात का एहसास हुआ कि मेरी पढ़ाई कि उन्हें कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। फिर अध्यक्ष कहता है, इसी बात को मैं अपने मैनेजर में देखना चाहता था। मैं उस इंसान को job देना चाहता था जो लोगों के काम की सरहाना करें। एक ऐसा इंसान चाहता था जो लोगों के दर्द को समझ कर अपने साथ-साथ लोगों की भलाई के बारे में भी सोचे। तुम सफल हुए।
दोस्तों एक बच्चा जिसे माता-पिता बहुत प्यार करते हैं। उसे जब भी, जो भी चाहिए कहीं से भी ला कर देते हैं।उसकी खुशी और भविष्य के लिए अपने सारे सुखों को दुर कर देते हैं। ऐसे माता-पिता का हमें सम्मान करना चाहिए। लेकिन जब आप घास काटते हो, पौधों को पानी देते हो, जब भी सफाई करते हो, बर्तन धोते हो तो कृपया करके उन्हें भी आपकी मेहनत और उनके प्रति जो प्यार है, उसका अनुभव होने दें। इसलिए नहीं कि आपके पास कोई नौकर रखने के लिए पैसे नहीं है। बल्कि इसलिए कि उन्हें बताया जा सके कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं। आपको उन्हें समझना होगा, यह कोई मायने नहीं रखता कि आप कितने अमीर हो।
आपको अपने बच्चों को सही दिशा में ले जाना होगा। आपको अपने बच्चों को दूसरे की मेहनत की सराहना करना सिखाना होगा और दूसरों के दर्द, उनकी तकलीफों को समझने लायक बनाना होगा।

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Once a person goes to apply for the post of manager in a large company. He succeeds in the initial interview. He meets the president for the final interview. The Chairman shows his C. V. that his educational achievements are very good.
The president asks, do you have any education in school? The boy responds, no. The president asks, who fills your school fees? She answers, Parents The President asks, Where do they work? The boy responds, the people do laundry work. The president asks that boy to show his hands. The boy shows both his hands. Both of his hands were soft and clean. The President says seeing his hands, have you ever helped to wash your parents' clothes? The boy responds, never sir! My parents always wanted me to study, we would wash clothes.
The president says, I have a prayer ... today when you go home then definitely clean your parents' hands. And then see the next morning.
When she returned home, she asked her parents to clean her hands. Her parents were surprised to hear this and were also happy. But they were not able to understand what to respond. They show their hands to their son. The boy slowly started cleaning his hands. As he cleaned up, tears started flowing in his eyes. For the first time, he had to know that he had acne in his hands. There have also been wounds in their hands. Some wounds were large enough. Therefore, whenever he touched those doves, his parents had pain. For the first time today, the boy realized that it was the same hand that used to wash clothes to pay the school fees. The wounds inflicted on his hands were the result of his son's education.
After cleaning his parents' hands, the boy cleaned all his clothes silently. That night the boy's parents talked to his son for a long time. The next morning the boy went to the president's office.
The President saw the tears in the eyes of the boy and asked if you could tell me what did you do yesterday? What did you learn yesterday? The boy responds, I cleaned my parents' hands. And I washed all the clothes of her Sir I know his contribution today, without him I am not here today. Seeing the hand of my parents and I realized that my studies have paid me so much. Then the president says, this is what I wanted to see in my manager. I wanted to give the job to the person who made the public's praise. A man wanted to understand the pain of people and also think about the well being of the people. You succeeded
Friends are a child who parents love a lot. Whenever he wants to bring it from anywhere, he removes all his pleas for happiness and his future. We should respect such parents. But when you cut grass, give water to plants, whenever you are cleaning, washing dishes, please let them experience your hard work and love towards them. Not because you do not have the money to keep any servants. But because they can tell them how much you love them. You have to understand them, it does not matter how rich you are.
You have to take your children in the right direction. You have to teach your children to appreciate the hard work of others and to make others understand the pain, their problems