In dogs eye
मेरे कई दोस्त हैं जिनमें से कुछ काले कलूटे हैं तो वहीं कुछ का रंग भूरा काला है,कुछ का रंग काला सफेद mix है तो कुछ गुलाबी हैं(क्योंकि बाल झड़ गए हैं),मज़ाक के लिए क्षमा करें, actually वो सब सड़क के doggies हैं... मेरी माँ का सालों से नियम रहा गाय, चिड़िया और कुत्तों को खाना देने का,उनके नियम में मैं उनका थोड़ा सा साथ दे दिया करता था जैसे गाय को खिला आता ,कुत्तों को कभी कभी खिला देता और चिड़ियों को खिलाने तो जाना ही नही पड़ा क्योंकि वो तो घर में ही आती थीं खाने वरना मैं कहाँ कहाँ उड़ता फिरता चिड़ियों के पीछे पर doggies कमाल के होते हैं जब आप रोज रोटी डाले तो सड़क पर रहने वाले dogs भी पहचानने तो लगते ही हैं तो कुछ ऐसे भी dogs होते हैं जो solid फ़ूड नही खा पाते उन्हें फिर दूध ही ज्यादा पसंद होता हैं तो कुछ ऐसे भी जो बिस्कुट पसंद होते हैं, खा तो रोटी भी लेते पर बिस्कुट देख आँखों में जिनके चमक आ जाती,कुछ दूर दूर रहते क्योंकि डरते तो वहीं कुछ ऐसे भी जो ज्यादा ही पास आने की कोशिश करते पर एक जगह आकर सब एक हो जाते हैं all types एंड all the categeries mixed here well और वो जगह है मेहनत, आपको पता है या नहीं पर doggies मेहनत करना पसंद करते हैं ,आप कहेंगे 'क्या सबूत है?'क्योंकि बरसों तक मैं माँ की दी रोटी doggies को डालता था तो मैंने देखा कि एक कुत्ता मेरी दी दूध चुपड़ी रोटी को भी उतने ही चाव से खाता जितनी अपनी मेहनत से ढूंढ़ी सूखी रोटी को ,तो भी कुत्ते आपस में लड़ते हैं, मेरी दूध चुपड़ी हुई रोटी(कई बार ऐसा हुआ)surrender कर जाते कई निचले ओहदे वाले dogs ऊँचे ओहदे वाले dogs को पर अपनी ढूंढ़ी रोटी के लिए हमेशा लड़ते देखा , उसे छुपाते और बचाते देखा,खुद की खोजबीन से गोबर भी मिले तो चाव से खाते देखा, मैं तो मानता हूँ कि मेरी दूध चुपड़ी रोटी का मूल्य अपनी मेहनत से पायी रोटी से कम रखकर उन्होंने मेरी रोटी का अपमान नहीं किया बल्कि मेहनत की परिभाषा मुझे बता दी यानी'मेहनती वो जिसे दान की वस्तु का स्वाद और मेहनत की वस्तु का स्वाद अलग महसूस हो'और इसी परिभाषा की मदद से कहें तो 'आलसी वो जिसके लिए सारे ही स्वाद एक बराबर हो गए, हराम की कमाई और मेहनत की कमाई में जिसे कोई फर्क महसूस नहीं होता वो पापी इंसान शुरुआत में आलसी कहलाता है।
translation by google translate: 'There are many of my friends, some of them are black, and some of them are black in colour, some are black in white, some are pink (because the hair has fallen), sorry for the joke, actually all those are road doggies. There are rules from my mother for years, to give food to cows, birds and dogs, in their rule, I used to give them a little bit like a cow comes feeding, sometimes feeding dogs and feeding the birds go I did not get it because he used to come only in the house or eating where I used to fly. Doggies are amazing after the birds when you are roasting every day, then even the dogs living on the road have to recognize it, then there are some such dogs. Those who do not eat solid food, they like milk only, then some who like biscuits, eat bread, but seeing biscuits whose glow came in eyes stay away from others because of If you are afraid, there are some who try to come close to one place and come together and all become one at all and all the categories mixed here well and that place is striving, you know or not but doggies are hard working. You will say, 'What is the evidence?' Because for many years I used to give the bread by my mother to doggies , I saw that a dog gave me milk as a rash to eat the bread as much as his hard-earned dry bread, Dog to Fighting, my milk was slaughtered (sometimes it happened), many lower-leveled dogs saw the high-rise dogs always fighting for their roti, watching them hide and rescue, and even dump their own. So I saw the account with interest, I believe that by keeping my milk slaughtered with the bread from his hard work, he did not insult my bread, but told me the definition of hard work, ie, 'hard work Those who feel the taste of the object of donation and the taste of the hard work are different, and say with the help of this definition, 'laziness, for which all the tastes became equal, the earnings without striving and the earning of hard work which make a difference It does not happen that a sinful person is initially called lazy.