प्रयास के प्रयास से एक प्रयास की कड़ी चल पड़ी .
प्रयास के प्रयास से एक प्रयास की कड़ी चल पड़ी ,
मानव की इस धारा पर मानवता श्रृंखला हो रही बड़ी |
निस्वार्थ सेवा का भाव लेकर कई सेवक उपज रहे,
सेवा ही कर्म ,सेवा ही धर्म विचार ऐसे पनप रहे|
हर गांव गली और नुक्कड़ में भी प्रयास है,
हो हर जन मानव जाग्रत ऐसी ही आस है|
गावों में शिक्षा मानों, घड़ो में बूंदो सामान है,
मानव के हाथो में इन्ही बून्द बून्द से घड़ा भरने की कमान है|
प्रयास ही एक दिन चार चाँद लगाएगा ,
दुनिया में प्रयास से प्रकाश दीप्ति हो जायेगा ||
एक छोटा सा प्रयास , आपके सहयोग का आकांक्षी।
धन्यवाद||
$upvote YOUR-POST-LINK
and you will receive upvote on your post.