एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम! और आज कई बार बिना ............

in #sayri3 years ago



एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम! और आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है!!'."