The Diary Game is 1794th entry 4th Dec, 2025.
Morning time.
सुबह का समय मेरे लिए एम होता है क्योंकि मैं सुबह लगभग 4:55 अलार्म बजना है लेकिन बंद कर देता हूं बाहर उठने के लिए मुझे देर लगती है से कमरे से बाहर आया और अपने लेकर हम अपनी किया और फ्रेश होने चला गया वहां से आने के बाद अपने प्रतिदिन की एक्सरसाइज की और फिर मैंने बुलाया और तैयार हो गया नाश्ते में आलू के पराठे हैं खाना खाने के बाद फिर मैं स्कूल के लिए निकल जाता हूं स्कूल पहुंचने में लगभग मुझे 10 से 15 मिनट लगते हैं लेकिन आज कलम धीमी गति से जा रहे हैं तो थोड़ा समय लगता है क्योंकि उसमें कभी-कभी कुछ चीज अधूरी रह जाती है तब मैं अपनी कंप्यूटर रूम में बैठता हूं तो सभी छात्र के कुछ जन्मदिन है वह आते हैं तो मैंने कहा यह मिलकर जन्मदिन का जश्न मनाते हैं तो बच्चे को साथ पकड़ता हूं एक फोटो की तस्वीर लेता हूं मैं चादर खुश हो जाती है यह देखकर अच्छा लगता है कि बच्चे हमेशा अपने जन्मदिन को बहुत ही उत्साह के रूप में बनती है।
फिर मैं कक्षा 8 में जाता हूं और मैं वहां पर बच्चों को कुछ काम दे दिया है काम पूरा करने के बाद बाकी चीज अधूरी चाहिए फिर उसके कक्षा साथ में भी पूरा कार्य किया और फिर कक्षा 6 में भी क्योंकि मुझे उम्मीद है कि बेहतर हो सकता है उसके बाद इंटरवल हो गया तब मैंने देखा कि हमारे स्कूल के बाद बहुत सारे बंदर इधर-उधर घूम रहे हैं तो मैं एक तस्वीर लेते हैं क्योंकि मंदिर हमेशा यहां बहुत सारे होते हैं हमेशा प्यार लगते हैं कुछ ना कुछ हमें खिलते रहते हैं मैंने कुछ दिन पहले उन्हें भूत खिलाया तो वह जैसे मैं खा रहा था वैसे ही मिला खाते हुए देखा यह देखकर अच्छा लगा कि बंदर इंसान से भी समझदार होता है फिर इंटरवल समाप्त हो जाता है मैं कक्षा में जाता हूं और पढ़ना शुरू कर देता हूं कक्षा 4 और कक्षा तीन में थोड़ा समय काम दिया क्योंकि मुझे कंप्यूटर का उसमें कुछ छात्रों की मदद करनी थी तो मैंने उन्हें समय दिया और बाकी पूरा काम किया
तू प्यार हो गई है तब मैंने अपना भोजन गर्म किया और भोजन खाना शुरू किया जिसमें भोजन में आज आलू की मटर और सब्जी आई है साथ में दाल रोटी है भोजन करने के बाद में टहलने निकल जाता हूं तभी घर से फोन आता है कि आपको कुछ आइटम लेकर आना है तो मैं अभी बाजार में हूं तो मैंने सोचा क्यों ना मैं जाकर खरीद लेता हूं जिसमें मैंने बादाम छुहारा मुनक्का और अन्य आदि चीज खरीदी क्योंकि इससे मेरा और भी स्वादिष्ट बन जाता है तो मैं भी लेकर सारा सामान ₹1400 दिए दुकानदार को फिर ऑफिस जा रहा हूं वहां बैठकर अपना अन्य कार्य पूरा करता हूं उसके बाद में शाम होने को है तब मैं घर जाने की तैयारी कर रहा हूं लेकिन पहले दुकान पर जाना है ।
अपना ऑफिस बंद करता हूं और बाजार में पहुंचता हूं वहां पर जाने के बाद मैंने कुछ फल लेने की कोशिश की जिसमें मैं आ जाना लेना चाहता हूं क्योंकि काफी दिनों से कमजोरी है थकावट लग रही है तो मैं अनार पूछता हूं उन्होंने बताया भैया डेढ़ सौ रुपए किलो है मैंने कहा मुझे ₹100 के दे दिए मैंने का मिठास वाले तो है उन्होंने कहा अभी आप अमिताभ वाले हैं तो मैंने कहा आप मुझे ₹100 के अनार देती है उन्होंने 700 ग्राम मुझे नहाती फिर वह पढ़ने में पैक करते हैं और मैं उन्हें लेकर घर जा रहा हूं
| Photos captured by | @ahlawat |
|---|---|
| The Diary Game | Remember God to make one day better. |
| Device name | Nothing |
| Location | Khatauli |
| 25% to | @null |
| I hope you like this. | Thanks for reading. You are all welcome.. |





