The Diary Game is 1785th entry 24th Nov, 2025.
Morning time.
सुबह लगभग 4:35 पर जाना जाता हूं और फिर मैं जल्दी से कमरे से बाहर आया और अपने लिए गिलास गर्म पानी की और फ्रेश होने चला गया वहां से आने के बाद अपना तो लिया लिया और बाथरूम में प्यार जल्दी से स्नान किया प्यार होने में लगाओ मुझे प्लीज से 35 मिनट लगी और फिर मैं अपनी यात्रा के लिए निकल जाता हूं यह यात्रालगभग मेरी 10220 किलोमीटर की है और सबसे पहले में पेट्रोल पंप पर जाता हूं वहां पर अपने लिए गाड़ी में सीएनजी भरवाता हूं परमानेंट में लगभग ₹650 लगते हैं उसके बाद में पेट्रोल पंप की तस्वीर लेता हूं और चारों तरफ कोहरा हो रहा है ठंड भी है काफी
रास्ते में मुझे एक पुलिस वाला मिलता हुआ कहता है कि सर मुझे उठा लीजिए मैंने उन्हें बैठा लिया है और मैंने पूछा कि आप कहां तक जाओगे ना नागपुर का आज तक जाऊंगा मैं ठीक है कर बैठ जाइए यात्रा के लिए निकल जाते हैं हमें पहुंचने में लगभग वहां पर एक घंटा लगता है और मैं पुरकाजी उतार दिया फिर मैं सीधा पावर पूछता हूं जहां पर मुझे अपनी जाकर दवाइयां लेनी है लेकिन उसमें दे दूंगा खड़ा हो जाता हूं और वहां के बाहर की तस्वीर लेता हूं काफी सुंदर और प्यारा दृश्य है ऐसा दृश्य देखने को बहुत ही काम मिलता है सूरज की रोशनी जो पेड़ों के बीच में से आ रही है
फिर मेरा नंबर आने को तैयार है 12 बज चुके हैं तब मैं अंदर जाकर बैठ जाता हूं और सभी का मोबाइल बैठे हुए हैं सभी का नंबर करवाया जाएगा बस इंतजार करना है थोड़ा सा समय देना है आपका नंबर जल्दी आएगा मुझे उम्मीद है कि मैं प्रतीक्षा में बैठा हुआ हूं सभी व्यक्ति पर पेशाब बैठे हुए एक बार के में डॉक्टर 50 व्यक्ति को देखा है और सभी व्यक्ति आराम लगता है और फिर से दवाई लेने आते हैं यहां पर दवाई मात्र ₹100 से स्टार्ट है और ₹500 अधिकता में एक महीने की दवाई शुरुआत में मिलती है उससे अधिक आप दो या तीन महीने की ले सकते हैं।
फिर मेरा नंबर आ जाता है और मैं डॉक्टर को अपनी सारी समस्या बताएं और फिर वह बाहर आता हूं आने के बाद फिर मैं भोजन के लिए जाता हूं वहां पर बोलते हैं कि सर आपको थोड़ी देर बैठना पड़ेगा अभी भोजन बनने में 10 से 15 मिनट लगे तो मैं बैठ जाता हूं फिर भोजन में दाल और आलू लेता हूं और साथ में रोटी भी है मैंने काफी है सलाद दिया उन्होंने मना कर दिया लेकिन कोई बात नहीं मैं बिना इसकी ही खा सकता हूं फिर वापस जाता हूं देखता हूं यह दवाई हथियार हो गई है दवाई लेता हूं और घर के लिए निकल जाता हूं घर पहुंचने में लगभग एक घंटा लगता है 1 घंटे बाद लगभग 4:00 बजे में अपने घर पर पहुंचता हूं और वहां से सीधा स्कूटर लेता हूं और ऑफिस के निकल जाता हूं तभी याद आता है कि स्कूटर में हवा कम है इसलिए मैं इसे रिपेयर कर लेता हूं तब मैं किसी हवा भरने वाले पास रुकता हूं और वह वहां से रिपेयर कर देता है रिपेयरकरने में आपके टायर में पिक्चर है इसलिए मैसेज जोड़ देता हूं मैंने कहा से जोड़ दीजिए ₹50 मैं टायर पंचर वाले को दिए उसके बाद में सीधा ऑफिस पहुंच गया और वहां पर बैठकर पेपर पर पूरा कर रहा हूं शाम हो गई है शाम होने के बाद में घर जा रहा हूं।
| Photos captured by | @ahlawat |
|---|---|
| The Diary Game | Remember God to make one day better. |
| Device name | Nothing |
| Location | Khatauli |
| 25% to | @null |
| I hope you like this. | Thanks for reading. You are all welcome.. |




