The Diary Game is 1791th entry 22th Dec 2025.
Morning time.
सुबह लगभग 4:50 पर अलार्म भर जाता है तब मैं अपनी नींद से जानता हूं और थोड़े देर के लिए बंद कर देता हूं क्योंकि मुझे एक अच्छी नींद आ रही है फिर मैंने सोचा देर हो सकती है अपनी थोड़ी देर बिस्तर पर बैठकर ईश्वर को याद किया याद करने के बाद कमरे से बाहर आया और फिर अपना दिनचर्या को शुरुआत कर दिए उसके बाद मैं व्यायाम किया बीच में मैं अपना दूध लेने चला जाता हूं तब मैंने देखा कि काफी घना को रहा है यह कोर हमारी समस्या को बढ़ा रहा है क्योंकि इसके साथ प्रदूषण भी आता है। हमें नहीं पता कि सर्दियों में प्रदूषण क्यों बढ़ जाता है लेकिन पर्यावरण को हमें बचा कर रखना है इसलिए हम भी एक पेड़ लगाने की कोशिश करेंगे फिर वापस घर आ जाता हूं और कुछ देर बाद स्नान करता हूं तैयार हो गया हूं।
फिर मुझे पता लगता है कि माइक नहीं चल रहा है इसलिए मैंने माइक को ठीक करने के लिए दूसरी मंजिल पर जाता हूं वहां पर सभी बच्चे प्रार्थना कर रहे हैं और मैं माइक ठीक कर दिया है और उसके बाद प्रार्थना पूरी होने के बाद सभी छात्र अपने नीचे आ जाते हैं और मैं अपने कक्ष में जाता हूं देखता हूं कि वहां पर मैडम पढ़ रही है मैंने पूछा कि आपको चित्र पढ़ना है क्योंकि आप पेपर कब समाप्त हो गए हैं इसलिए पहले रीडिंग कराया फिर उसकी ट्रांसलेट कराया और फिर उसके प्रश्न उत्तर कर सकते हैं फिर कक्षा साथ में भी चित्र मैंने बताया और कक्षा 6 में भी
इंटर वालों ने में समय हो गया है अब 12:00 इंटरवल होता है उसके बाद सभी अपना भोजन करते हैं मैं अभी थोड़ा वेट करूंगा क्योंकि अभी मुझे थर्ड और फोर्थ का कक्षा में भी जाना है वहां पर पूरा काम करने के बाद फिर मैं अपना लंच बॉक्स ग्राम करता हूं और आज के भजन में देखता हूं कि आलू गाजर की सब्जी बनाकर भेजिए
घर का खाना हमेशा स्वाद होता है लेकिन कुछ चीज हमेशा खास बना देती है जैसे आलू गाजर और मटर इसके साथ दही है लेकिन दही खट्टी हो गई है लेकिन भोजन फिर भी स्वादिष्ट है इसलिए हमेशा मैं अपने भजन को इस प्रकार खाता हूं कि प्रतिदिन की तरह स्वादिष्ट लगे फिर मैं अन्य कार्य को शुरू कर देता हूं लेकिन मुझे एक जगह जाना है उसे पूरा करना होगा लेकिन नहीं मैं इसके लिए नहीं जाता और फिर मैं अपनी कंप्यूटर बैठकर थोड़ी सी फिल्म देखता हूं काफी दिन हो चुके हैं फिल्म देखें फिल्म हमेशा रोमांचक भारी होती है इससे एक उत्तेजना बढ़ जाती है।
5:00 दिन छिप जाता है और 5:15 पर इंदिरा हो जाता है आजकल दिन बहुत ही छोटा हो रहा है इसलिए मैं थोड़ा समय दिया क्योंकि मुझे दिन में अभी और काम करना है उसके बाद मेंअपना कंप्यूटर कक्ष बंद करता हूं बंद करने के बाद मैडम को चाबी दी उसके बाद में बाजार में जाता हूं वहां से आलू खरीदता हूं मैंने पूछा भैया आलू क्या भाव है उन्होंने कहा कि एक राशि रुपए घड़ी है ₹100 लगी है मिलने का इन दोनों में अंतर क्या है उन्होंने कहा एक का टेस्ट हल्का है का टेस्ट और भी अच्छा है मैंने कहा ठीक है सर आप मुझे ₹100 घड़ी वाला आलू दे दीजिए वह काफी स्वादिष्ट और अच्छा भी है इसे खाकर देखते हैं फिर मैं थोड़ा सा दूर चलता हूं और फिर अन्य दुकान पर सामान लेता हूं और फिर उसके बाद में घर के लिए निकल जाता हूं घर पहुंचने में लगभग 10 से 15 मिनट नहीं लगती है 5 मिनट हो जाता हूं वहां पर जाकर मैंने सारा सामान तो सही में रखा उसके बाद में अपने कपड़े बदलते हूं और फिर मैं रात का भोजन करता हूं भोजन करने के बाद मैंने अपनी पोस्ट प्रस्तुत की कभी-कभी पोस्ट में समय लगता है इसलिए मैं अधूरी छोड़ देता हूं उसे अगले दिन पूरी कर लेता हूं उसके बाद में सो जाता हूं।
| Photos captured by | @ahlawat |
|---|---|
| The Diary Game | Remember God to make one day better. |
| Device name | Nothing |
| Location | Khatauli |
| 25% to | @null |
| I hope you like this. | Thanks for reading. You are all welcome.. |




