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RE: समाज-सेवा : प्रभु-सेवा (अंतिम भाग # २) | Community Service : God Service (Final Part # 2)
सिर्फ इस एक लाइन को पढ़कर मैं ये कहना चाहता हूँ कि बड़ा सोचना चाहिए इसमें कुछ गलत नहीं है परन्तु घर छोड़ने के पक्ष में नहीं हूँ. घर (विदेश न जाकर) पर रहकर भी कुछ बड़ा किया जा सकता है.
सच कहा आपने इसलिए मैंने घर पर रहकर ही कुछ करने का मन बनाया है। रही बात इस दोहे की तो इसका मतलब किन्ही भिन्न बातों को स्पष्ठ करना था।
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